The Tatwa Girl

  • Kojagiri Poornima/ Sharad Poornima

    Kojagiri Poornima/ Sharad Poornima

    Kojagiri Poornima (कोजागिरी पौर्णिमा), also known as Sharad Poornima in many parts of India, is a festival celebrated on the full moon night of the Hindu month of Ashwin, which generally falls in October. It is an occasion deeply connected with moonlight, the offering of milk, and has various cultural,…

  • विश्व खाद्य दिवस

    विश्व खाद्य दिवस

    विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) विश्व खाद्य दिवस हर साल 16 अक्टूबर को पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर भूख और कुपोषण जैसी समस्याओं पर जागरूकता बढ़ाना और भूखमुक्त समाज की दिशा में कार्य करना है। इसे संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और…

  • Recover, Re-purpose, Repair, Regift

    Recover, Re-purpose, Repair, Regift

    October offers plenty of opportunities to reflect on our choices and embrace more eco-friendly, sustainable habits. With important dates like International Repair Day on 21st October (first celebrated in 2017), International E-waste Day on 14th October, and Sustainability Day on the fourth Wednesday of the month, it’s the perfect time…

  • दसऱ्याचे महत्त्व

    दसऱ्याचे महत्त्व

    दसरा हा भारतातील एक अत्यंत महत्त्वाचा आणि लोकप्रिय सण आहे. याला विजयादशमी असेही म्हणतात, कारण हा दिवस विजयाचा आणि सत्याच्या अधर्मावर विजयाचा प्रतीक मानला जातो. दसऱ्याचा सण विविध सांस्कृतिक आणि धार्मिक परंपरांमध्ये महत्त्वपूर्ण स्थान मिळवतो, विशेषत: महाराष्ट्रात. दसऱ्याला विजयादशमी असेही म्हणतात, ज्याचा अर्थ “विजयाचा दहावा दिवस” ​​आहे. दसऱ्याचे महत्त्व: सांस्कृतिक महत्त्व: दसरा…

  • नवरात्रि का नौवां दिन : माँ सिद्धिदात्री का महत्व

    नवरात्रि का नौवां दिन : माँ सिद्धिदात्री का महत्व

    नवरात्रि का नौवां दिन : माँ सिद्धिदात्री का महत्व नवरात्रि के नौवें और अंतिम दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। माँ सिद्धिदात्री, माँ दुर्गा का अंतिम स्वरूप हैं, और वे भक्तों को सभी प्रकार की सिद्धियाँ (अलौकिक शक्तियाँ) प्रदान करती हैं। ‘सिद्धि’ का अर्थ है विशेष उपलब्धियाँ और…

  • नवरात्रि का आठवां दिन: माँ महागौरी का महत्व

    नवरात्रि का आठवां दिन: माँ महागौरी का महत्व

    नवरात्रि का आठवां दिन: माँ महागौरी का महत्व नवरात्रि के आठवें दिन माँ महागौरी की पूजा की जाती है। माँ महागौरी को शांति, पवित्रता, और करुणा का प्रतीक माना जाता है। उनका यह स्वरूप अत्यंत सौम्य और शांत है, और वे भक्तों को सुख, शांति, और सभी प्रकार के पापों…

  • नवरात्रि का सातवां दिन : माँ कालरात्रि का महत्व

    नवरात्रि का सातवां दिन : माँ कालरात्रि का महत्व

    नवरात्रि का सातवां दिन : माँ कालरात्रि का महत्व नवरात्रि के सातवें दिन माँ कालरात्रि की पूजा की जाती है। माँ कालरात्रि का स्वरूप अत्यंत उग्र और शक्तिशाली है, जो दुष्टों और अज्ञानता का नाश करती हैं। उन्हें काल या समय की रात्रि के रूप में जाना जाता है, और…

  • नवरात्रि का छठा दिन : माँ कात्यायनी का महत्व

    नवरात्रि का छठा दिन : माँ कात्यायनी का महत्व

    नवरात्रि के छठे दिन माँ कात्यायनी की पूजा की जाती है। माँ कात्यायनी को शक्ति और वीरता की देवी माना जाता है। उनके इस स्वरूप में उन्हें युद्ध और साहस की देवी कहा जाता है, जो दुष्टों का संहार करती हैं और धर्म की रक्षा करती हैं। उनका नाम महर्षि…

  • नवरात्रि का पांचवा दिन: माँ स्कंदमाता का महत्व

    नवरात्रि का पांचवा दिन: माँ स्कंदमाता का महत्व

    नवरात्रि का पांचवा दिन: माँ स्कंदमाता का महत्व नवरात्रि के पांचवे दिन देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है। माँ स्कंदमाता, भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता हैं, इसलिए उन्हें स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है। स्कंदमाता को प्रेम, मातृत्व, और शांति का प्रतीक माना जाता है। उनकी पूजा से…

  • नवरात्रि का चौथा दिन: माँ कूष्माण्डा का महत्व

    नवरात्रि का चौथा दिन: माँ कूष्माण्डा का महत्व

    नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्माण्डा की पूजा का विधान होता है। माँ कूष्माण्डा को सृष्टि की रचयिता और ब्रह्मांड की उत्पत्तिकर्ता माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जब सृष्टि का अस्तित्व नहीं था और हर जगह अंधकार फैला हुआ था, तब देवी कूष्माण्डा ने अपनी हल्की मुस्कान…

  • नवरात्रि का तीसरा दिन: माँ चंद्रघंटा की पूजा और महत्व

    नवरात्रि का तीसरा दिन: माँ चंद्रघंटा की पूजा और महत्व

    नवरात्रि का तीसरा दिन: माँ चंद्रघंटा की पूजा और महत्व नवरात्रि के तीसरे दिन माँ दुर्गा के तीसरे स्वरूप माँ चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। माँ चंद्रघंटा का यह स्वरूप शक्ति, साहस और वीरता का प्रतीक है। उनके मस्तक पर अर्धचंद्र की आकृति में घंटे का आकार होता है,…

  • नवरात्रि का दूसरा दिन : माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा

    नवरात्रि का दूसरा दिन : माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा

    नवरात्रि का दूसरा दिन : माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा नवरात्रि के दूसरे दिन माँ दुर्गा के दूसरे स्वरूप माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। इस दिन साधक उनके इस रूप की आराधना करते हैं जो कठोर तपस्या और आत्मनियंत्रण का प्रतीक है। ब्रह्मचारिणी का अर्थ है ‘तप का आचरण…

  • नवरात्रि का प्रथम दिन : माँ शैलपुत्री की पूजा

    नवरात्रि का प्रथम दिन : माँ शैलपुत्री की पूजा

    नवरात्रि का प्रथम दिन : माँ शैलपुत्री की पूजा नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसमें माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की पूजा का विशेष महत्व है। शैलपुत्री को हिमालय की पुत्री माना जाता है, और यह…

  • नवरातोत्सव: मातृ शक्तीचा महापर्व

    नवरातोत्सव: मातृ शक्तीचा महापर्व

    नवरातोत्सव: मातृ शक्तीचा महापर्व नवरातोत्सव म्हणजे मातृ शक्तीच्या आराधनेचा एक अद्भुत उत्सव. देवींच्या विविध रूपांची पूजा करून, भक्तजन आपली श्रद्धा आणि भक्ती व्यक्त करतात. या काळात समाजात एक वेगळी ऊर्जा निर्माण होते. देवीच्या नव्या रूपांचा अनुभव घेताना, आपल्याला तिच्या शक्तींचा अनुभव घ्यायला मिळतो. देवी आईचे स्वरूप नवरातोत्सवात देवीचा विविध स्वरूपात…